
सबसे पहले ये जानिये की आखिर ऋषियों – मुनियों ने ज्योतिष साइंस की खोज क्यों की थी ? वास्तव में जब ब्रह्मा जी ने हमारी सृष्टि का नया – नया निर्माण किया था तो उन्होंने सृष्टि का काम आगे ठीक से बढ़ाने की जिम्मेदारी सौंप दी थी उस समय के सबसे बड़े साइंटिस्ट्स (वैज्ञानिकों) को और उन साइंटिस्ट्स (यानी ऋषियों – मुनियों) ने हजारों सालों तक रिसर्च करके एक से बढ़कर एक बेशकीमती व फायदेमंद अविष्कारों को खोज निकाला था, जिसमें से एक था ज्योतिष विज्ञान |
पर आज के कुछ ढोंगी ज्योतिषियों की वजह से, कई मूर्ख लोगों को मौका मिल गया है ज्योतिष जैसे हाइली एडवांस्ड साइंस को केवल अंधविश्वास का पिटारा साबित करके बदनाम करने का | जबकि ज्योतिष विज्ञान का ये मतलब कत्तई नहीं है कि कोई आदमी मेहनत करना छोड़ दे, और केवल भाग्य भरोसे बैठकर सफलता पाने का इंतजार करता रहे |
अगर एक लाइन में समझना हो कि ज्योतिष साइंस का उद्देश्य क्या है, तो वो है,- “सांसारिक व आध्यात्मिक रूप से अपने आप को सही से समझ पाना” मतलब जैसे विश्व के सबसे महान वैज्ञानिकों में से एक अल्बर्ट आइंस्टीन से अगर कहा जाता कि आप वैज्ञानिक खोज करने की जगह फ़ुटबाल प्लेयर बनिए तो क्या वो उसी स्तर के एक महान प्लेयर बन पाते | बिल्कुल नहीं बन पाते ! अल्बर्ट आइंस्टीन की किस्मत अच्छी थी कि जो काम (रिसर्च करना) उन्हें पसंद था उसी में उन्हें करियर बनाने का मौका मिल गया, जबकि दुनिया में अधिकाँश लोगों को किस्मत इतनी अच्छी नहीं होती है जिसका कारण ये नहीं कि अधिकाँश लोगों को उनके मनपसंद काम को करने से किसी ने रोक रखा है, बल्कि सबसे मुख्य कारण यह है कि उन्हें खुद ही वास्तव में नहीं पता है कि उनका मनपसंद काम आखिर है क्या |
तो ऐसे मौके पर काम आता है ज्योतिष विज्ञान जो यह बता सकता है कि सांसारिक व आध्यात्मिक उन्नति के लिए अलग – अलग मानवों की अलग – अलग प्रकृति, परिस्थिति व अन्य कई तथ्यों के आधार पर कौन सा तरीका सबसे आसान साबित होगा | ध्यान से समझिये कि आसान तरीका का मतलब कम मेहनत वाला तरीका नहीं होता है, बल्कि हर अलग – अलग मानव के हिसाब से वो अलग – अलग तरीका जिसमे कोई मानव कितनी भी मेहनत कर लें लेकिन उसे थकान, बोरियत की जगह उत्साह, संतुष्टि महसूस होती है | जैसे- प्राप्त जानकारी अनुसार मध्य भारत का कई वर्ष पुराना एक किस्सा सुनने को मिलता है- जब एक लड़का बहुत टैलेंटेड व मेहनती होने के बावजूद भी कई सालों तक आई. ए. एस. ऑफिसर नहीं बन पा रहा था तब उसने अपने शहर के ही एक अनुभवी ज्योतिषी से मदद ली, तो ज्योतिषी ने उसकी कुंडली देखकर बताया कि शिक्षा से तुम्हे काफी सफलता तो लिखी है लेकिन बेहतर होगा कि अगर तुम शिक्षा को खुद लेने की जगह दूसरों को देने का काम शुरू कर दो |
तब उस लड़के ने बुझे मन से खुद सिविल सर्विसेज की तैयारी करना छोड़ दिया, और फिर उसने दूसरे स्टूडेंट्स को सिविल सर्विसेज की तैयारी करवाने वाली एक छोटी सी कोचिंग की शुरूआत की, जिसमें बहुत ही कम स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया लेकिन चूंकि पढ़ना – पढ़ाना उस लड़के का पैशन था इसलिए उसने अपने स्टूडेंट्स को काफी मेहनत से पढ़ाया जिसकी वजह से पहली ही बैच की तीन गर्ल्स स्टूडेंट का स्टेट लेवल पर सेलेक्शन हो गया और उसकी कोचिंग का नाम काफी फ़ैल गया | अब अगले साल कई नए स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया और उस साल भी कई स्टूडेंट्स ने विभिन्न एग्जाम को क्वालीफाई किया जिसकी वजह से उसकी कोचिंग की प्रसिद्धि से प्रभावित होकर दूसरे शहरों से भी बहुत से स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया | धीरे – धीरे कुछ ही वर्षों में उसने बहुत पैसा कमाया और अपने शहर में विधायक का चुनाव भी लड़कर जीता जिसके बाद किसी मंत्री की बेटी से उसकी शादी भी हो गयी |
इस पूरी घटना में दो बातें ध्यान देने वाली है, जिसमें पहली बात यह है कि, एक ज्योतिषी के द्वारा बताये गए एक मामूली परिवर्तन से उसका जीवन क्या से क्या हो गया, मतलब कहाँ वो पहले एक निराश बेरोजगार गरीब युवक था और बाद में वो एक धनी बिजनेसमैन व माननीय विधायक भी बन गया | और दूसरी बात यह है कि उन ज्योतिषी ने उसे प्रोफेशन बदलने को नहीं कहा, बल्कि केवल तरीका बदलने को कहा, क्योकि ज्योंतिषी को ये भी पता था कि उस लड़के की कुंडली के हिसाब से उसका सबसे ज्यादा इंटरेस्ट शिक्षा में ही है इसलिए वो लड़का सबसे ज्यादा उत्साह व ख़ुशी पूर्वक मेहनत भी शिक्षा में ही कर सकेगा, जिसकी वजह से वह शिक्षा में ही सबसे ज्यादा सफलता भी प्राप्त कर सकेगा (क्योकि बिना मेहनत के किसी भी क्षेत्र में टिकाऊ सफलता नहीं मिल सकती है) |
इस उदाहरण से यह भी साबित होता है कि ज्योतिष कभी भी भाग्यवाद या अकर्मण्यता को बढ़ावा नहीं देता है, बल्कि मेहनत करने के उन तरीकों को खोजने में मदद करता है जिनसे कम से कम समय में अधिक से अधिक सफलता प्राप्त किया जा सके | ज्योतिष से ना केवल सभी सांसारिक समस्याओं का कारण व सफलताओं के पाने का तरीका जाना जा सकता है, बल्कि अपनी आध्यात्मिक उन्नति पाने का सही मार्ग भी जाना जा सकता है |
वास्तव में हर आदमी यही तो चाहता है कि जब तक जीएं ख़ुशी से जियें और मरने के बाद जहाँ भी जाएँ वहां भी खुश रहें | तो ऐसे में सारांश रूप में यही कहा जा सकता है कि अलग – अलग व्यक्तियों के हिसाब से सांसारिक ख़ुशी व पारलौकिक ख़ुशी दोनों को पाने क्या आसान तरीका हो सकता है, यह जानने का एक बहुत ही सशक्त माध्यम है ज्योतिष विज्ञान |
उम्मीद है ज्योतिष विज्ञान की उपयोगिता के बारे में अब तक जिन सज्जनों को भ्रम रहा होगा, ऊपर लिखे हुए तथ्यों से दूर हो गया होगा | अब बात करतें हैं ज्योतिष विज्ञान की कुछ अन्य विशेष उपयोगिता के बारे में जिन्हे आसानी से आजमाकर कोई भी अपने जीवन में अपार सफलता प्राप्त कर सकता है (ये नई उपयोगिता यह भी प्रदर्शित करती है कि ज्योतिष विज्ञान कितना प्रैक्टिकल भी है जो सुखी समाज की सबसे प्रथम नीव यानी संयुक्त परिवार को जोड़कर रखने में कितना अधिक मददगार साबित होता है) |
वास्तव में हम वर्तमान में जो कुछ भी सुख – दुःख पातें हैं उसके मुख्य कारण होतें हैं हमारे वर्तमान कर्म और प्रारब्ध | प्रारब्ध अगर बहुत बुरा हो (या अकाट्य हो) तो वर्तमान में अच्छे से अच्छा कर्म भी बेअसर हो जाता है | ज्योतिष की दृष्टि से कह सकतें हैं कि बुरे प्रारब्ध का निर्धारण करतें हैं कुंडली में स्थित ग्रहों के बुरे प्रभाव ! वास्तव में हर ग्रह के अच्छे व बुरे प्रभाव होतें हैं लेकिन कोई ग्रह अच्छा प्रभाव पैदा करेगा या बुरा, यह तय होता है उस ग्रह की जन्म कुंडली में स्थिति पर |
इसलिए सारांश कहें तो कुंडली में स्थित सभी ग्रहों के बुरे प्रभावों को अगर विभिन्न उपायों द्वारा समाप्त करने की कोशिश की जाए और सभी ग्रहों के अच्छे प्रभावों को और ज्यादा बढ़ाने की कोशिश की जाए, तो ये दो आश्चर्यजनक फायदे मिलेंगे; पहला फायदा- जीवन में आने वाली कई छोटी – बड़ी तकलीफों से हमेशा मुक्ति मिलती रहेगी (अकाट्य बुरे प्रारब्धों को छोड़कर) | दूसरा फायदा- अब तक जिन ग्रहों के साधारण अच्छे प्रभावों की वजह से साधारण तरक्की मिल रही होती है, उनके और ज्यादा बढ़ जाने की वजह से और ज्यादा बड़ी तरक्की मिलने लगती है |

अतः अब आप भी घर बैठे हुए ही, अपने जीवन की कठिन समस्याओं के लिए, तुरंत पा सकतें हैं ऑनलाइन/टेलीफोनिक समाधान, हमारे “ज्योतिष अर्थ” (Jyotish Earth) परिवार से जुड़े हुए बेहद अनुभवी एस्ट्रोलॉजर्स (ज्योतिषियों) द्वारा |
वास्तव में अब तक ना जाने कितने ही लोग, हमारे बुद्धिमान एस्ट्रोलॉजर्स की सलाह से आश्चर्यजनक रूप से लाभान्वित हो चुके हैं, क्योकि निश्चित रूप से ज्योतिष विज्ञान, आत्मबोध व आत्मअनुभव द्वारा बड़ी से बड़ी मुश्किलों के भी आसान रास्ते खोज निकालता है (वास्तव में हमसे जुड़े विद्वान ज्योतिषियों का उद्देश्य किसी चमत्कार का दावा करना नहीं है, बल्कि ज्योतिष विज्ञान के आधार पर, आपके लिए सर्वोत्तम समाधान को खोज निकालना है) |
इसलिए जो भी पाठक हमारे एस्ट्रोलॉजर्स से सीधे बातचीत करना चाहतें हैं, वे शुल्क (Fees) अदा करके हमारे अनुभवी एस्ट्रोलॉजर से अपनी समस्याओं को साझा कर सकतें हैं और उनसे अत्यंत फायदेमंद समाधान प्राप्त कर सकतें हैं | आईये संक्षेप में जानते हैं कि कैसे हमारे एस्ट्रोलॉजर्स द्वारा दी गयी उपयोगी जानकारियां, आपका जीवन परिवर्तित कर सकती है-
• शुभ मुहूर्त में काम शुरू करने से सफलता की संभावना बढ़ती है |
• कुंडली के आधार पर स्वास्थ्य समस्याओं का पता चलता है और उनका उपाय किया जा सकता है |
• करियर और कारोबार के लिए सही क्षेत्र चुनने में मदद मिलती है |
• ज्योतिषीय उपायों से जीवन में सकारात्मकता और शांति आती है |
• व्यापार से जुड़ी समस्याओं से उबरने में मदद मिलती है |
• कुंडली के दोषों का निवारण होता है |
• नौकरी में तरक्की मिलती है |
• अशुभ ग्रहों को शुभ बनाने में मदद मिलती है |
• परिवार में सुख-शांति बनी रहती है |